हिन्दी 2010- कक्षा १० (पाठ्यक्रम ब )
१. निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिये :
सृष्टि के प्रारंभ से ही मानव का प्रकृति से निकट संपर्क रहा है | वन के वृक्ष ही तब मनुष्य को भोजन, वस्त्र , आश्रय देते थे और बीमारी में औषधि भी | तब उसने अनुभव किया था की वन ही उसके सच्चे मित्र हैं | किन्तु विज्ञानं के नित्य नए आविष्कारों ने मानव को उन्मत्त बना दिया | देश में विभिन्न प्रकार के शिल्पों की स्थापना हुई | प्राविघिक और प्रौद्योगिक दक्षता से मानव विमूढ़ भी हो गया | वनभूमि परित्यक्त या नष्ट होने लगी और नगरीकरण का सूत्रपात हुआ | कल कारखानों की वृद्धि हुई | विलास की वस्तुओं के निर्माण के लिए असंख्य पेड़ काट डाले गए|
अनियंत्रित और अपरिमित वन - उन्मूलन का भयावह परिणाम हुआ | तब लोगों को चेतना आई | वन- विध्वंस के दुष्परिणाम और वन-सृजन की उपयोगिता समझ में आने लगी | हमारे देश में रवीन्द्रनाथ ठाकुर ही वन महोत्सव के प्रथम प्रवर्तक थे | उन्होंने शान्तिनिकेतन में इस पर्व का शुभारम्भ किया l उन्होंने नृत्य-गीत द्वारा इस अनुष्ठान को एक आनंदमय उत्सव का रूप दिया था | गुरुदेव के आदर्श से प्रेरणा लेकर भारत सरकार ने औपचारिक रूप से वन-महोत्सव का प्रारंभ किया लिस राष्ट्रीय उद्यम का उद्देश्य वन-संरक्षण ही नहीं, नए पौधे लगाकर पेड़ों की तादाद को बढ़ाना भी है | सरकार अब वन-संपदा के सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक महत्त्व को समझ गई है | पर्यावरण और वर्षा के परिमाण के लिए भी वन की अपरिहार्य भूमिका को हृदयंगम करने का दिन आ गया है |
(i ) मानव ने वन के सच्चे मित्र होने का अनुभव क्यों किया ?
(ii ) मनुष्य के उन्मत्त और विमूढ़ होने के क्या कारन थे ?
(iii ) नगरीकरण का वनों पैर क्या प्रभाव पड़ा ?
(iv ) वन-महोत्सव के प्रथम प्रवर्तक कौन थे ?
(v ) शान्तिनिकेतन में इस पर्व का शुभारंभ कैसे हुआ ?
(vi ) वन-महोत्सव उद्यम का उद्देश्य क्या है ?
(vii ) वनों का संरक्षण क्यों आवश्यक है?
(viii ) वृद्धि और प्रारंभ का विपरीतार्थक लिखिए |
(ix ) वस्त्र और पेड़ के एक-एक पर्यायवाची लिखिए |
(x ) गद्यांश का उपयुक्त शीर्षक लिखिए |
२. निम्नलिखित काव्यांश के आधार पर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए :
वीर जवानो, सुनो, तुम्हारे सम्मुख एक सवाल है |
जिस धरती ने तुमको सींचा
अपने खून-पसीने से,
हार गई दुश्मन की गोली
वज्र सरीखे सीने से|
जब जब उठीं तुम्हारी बाहें होता वश में काल है|
जिस धरती के लिए सदा
तुमने सब कुछ कुर्बान किया
शूली पर चढ़-चढ़ हँस-हँस कर
कालकूट विष-पान किया|
जब-जब तुमने कदम बढाया, हुई दिशाएँ लाल हैं|
इस धरती को टुकड़े-टुकड़े
करना चाह रहे दुश्मन
बड़े गौर से अजब तुम्हारी
चुप्पी थाह रहे दुश्मन,
जाति-पाँति, वर्गों-फिरकों के वह फैलाता जाल है|
कुछ देशों की लोलुप नजरें
लगी तुम्हारी ओर हैं,
कुछ अपने ही जयचंदों के
मन में बैठा चोर है|
सावधान कर दो उसको जो पहने कपटी खाल हैं|
(i ) उपर्युक्त काव्यांश का एक उपयुक्त शीर्षक दीजिये |
(ii ) कविता किन्हें संबोधित है |
(iii ) 'धरती' से क्या तात्पर्य है ? उसके लिए भारतीय युवकों ने क्या किया है ?
(iv ) दुश्मन हमारे देश के विरुद्ध क्या-क्या षड्यंत्र रच रहे हैं ?
(v ) किन्हें सावधान करने की जरुरत है ? क्यों ?
१. निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिये :
सृष्टि के प्रारंभ से ही मानव का प्रकृति से निकट संपर्क रहा है | वन के वृक्ष ही तब मनुष्य को भोजन, वस्त्र , आश्रय देते थे और बीमारी में औषधि भी | तब उसने अनुभव किया था की वन ही उसके सच्चे मित्र हैं | किन्तु विज्ञानं के नित्य नए आविष्कारों ने मानव को उन्मत्त बना दिया | देश में विभिन्न प्रकार के शिल्पों की स्थापना हुई | प्राविघिक और प्रौद्योगिक दक्षता से मानव विमूढ़ भी हो गया | वनभूमि परित्यक्त या नष्ट होने लगी और नगरीकरण का सूत्रपात हुआ | कल कारखानों की वृद्धि हुई | विलास की वस्तुओं के निर्माण के लिए असंख्य पेड़ काट डाले गए|
अनियंत्रित और अपरिमित वन - उन्मूलन का भयावह परिणाम हुआ | तब लोगों को चेतना आई | वन- विध्वंस के दुष्परिणाम और वन-सृजन की उपयोगिता समझ में आने लगी | हमारे देश में रवीन्द्रनाथ ठाकुर ही वन महोत्सव के प्रथम प्रवर्तक थे | उन्होंने शान्तिनिकेतन में इस पर्व का शुभारम्भ किया l उन्होंने नृत्य-गीत द्वारा इस अनुष्ठान को एक आनंदमय उत्सव का रूप दिया था | गुरुदेव के आदर्श से प्रेरणा लेकर भारत सरकार ने औपचारिक रूप से वन-महोत्सव का प्रारंभ किया लिस राष्ट्रीय उद्यम का उद्देश्य वन-संरक्षण ही नहीं, नए पौधे लगाकर पेड़ों की तादाद को बढ़ाना भी है | सरकार अब वन-संपदा के सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक महत्त्व को समझ गई है | पर्यावरण और वर्षा के परिमाण के लिए भी वन की अपरिहार्य भूमिका को हृदयंगम करने का दिन आ गया है |
(i ) मानव ने वन के सच्चे मित्र होने का अनुभव क्यों किया ?
(ii ) मनुष्य के उन्मत्त और विमूढ़ होने के क्या कारन थे ?
(iii ) नगरीकरण का वनों पैर क्या प्रभाव पड़ा ?
(iv ) वन-महोत्सव के प्रथम प्रवर्तक कौन थे ?
(v ) शान्तिनिकेतन में इस पर्व का शुभारंभ कैसे हुआ ?
(vi ) वन-महोत्सव उद्यम का उद्देश्य क्या है ?
(vii ) वनों का संरक्षण क्यों आवश्यक है?
(viii ) वृद्धि और प्रारंभ का विपरीतार्थक लिखिए |
(ix ) वस्त्र और पेड़ के एक-एक पर्यायवाची लिखिए |
(x ) गद्यांश का उपयुक्त शीर्षक लिखिए |
२. निम्नलिखित काव्यांश के आधार पर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए :
वीर जवानो, सुनो, तुम्हारे सम्मुख एक सवाल है |
जिस धरती ने तुमको सींचा
अपने खून-पसीने से,
हार गई दुश्मन की गोली
वज्र सरीखे सीने से|
जब जब उठीं तुम्हारी बाहें होता वश में काल है|
जिस धरती के लिए सदा
तुमने सब कुछ कुर्बान किया
शूली पर चढ़-चढ़ हँस-हँस कर
कालकूट विष-पान किया|
जब-जब तुमने कदम बढाया, हुई दिशाएँ लाल हैं|
इस धरती को टुकड़े-टुकड़े
करना चाह रहे दुश्मन
बड़े गौर से अजब तुम्हारी
चुप्पी थाह रहे दुश्मन,
जाति-पाँति, वर्गों-फिरकों के वह फैलाता जाल है|
कुछ देशों की लोलुप नजरें
लगी तुम्हारी ओर हैं,
कुछ अपने ही जयचंदों के
मन में बैठा चोर है|
सावधान कर दो उसको जो पहने कपटी खाल हैं|
(i ) उपर्युक्त काव्यांश का एक उपयुक्त शीर्षक दीजिये |
(ii ) कविता किन्हें संबोधित है |
(iii ) 'धरती' से क्या तात्पर्य है ? उसके लिए भारतीय युवकों ने क्या किया है ?
(iv ) दुश्मन हमारे देश के विरुद्ध क्या-क्या षड्यंत्र रच रहे हैं ?
(v ) किन्हें सावधान करने की जरुरत है ? क्यों ?
अथवा
तू जननी है, तू धात्री है, तू जीवन, तू प्राण है |
तेरी चरण-धूलि पर, माता, मेरा सब बलिदान है |
तेरी चरण-धूलि की महिमा मिली हमारे अंगों को,
हम निष्कंटक सदा रखेंगे माँ तेरे उत्संगों को |
तेरा अँगना, तेरी गलियाँ, हमको स्वर्ग सामान हैं |
तेरी चरण-धूलि पर, माता , मेरा सब बलिदान है |
सुद्रढ़ वज्र की तरह देह है तेरे पुत्रों की माता,
हमें नहीं है भय, सीमा पर कौन कहाँ से है आता |
तेरी माटी के हम पुतले - सब प्रताप हैं, सब साँगा,
पीछे कौन हटा है, माता, तूने जब-जब सर माँगा |
तेरे चरणों पर सिर देना ही सिर का अभिमान है
तू जननी है, तू धात्री है, तू जीवन, तू प्राण है |
तेरे बेटे वीर, बेटियाँ तेरी पीछे क्योंकर हों?
शीशदान की इस बेला में, माता, उत्सव घर-घर हों |
यदि सीमा पर टिड्डी-दल बनकर फिर दुश्मन आए हैं,
तेरे गरुड़-पुत्र भी, माता उन्हें निगलने धाये हैं |
(i ) कविता का एक उपयुक्त शीर्षक दीजिए |
(ii) यह कविता किसे संबोधित की गई है ?
(iii) भारतीयों के लिए क्या-क्या स्वर्ग - समान है ?
(iv) किन पंक्तियों का आशय है - बलवान और दृढ़ भारतीयों को सीमा पर आने वाले शत्रु की कोई चिंता नहीं है ?
(v) आशय स्पष्ट कीजिये - पीछे कौन हटा है, माता, तूने जब-जब सिर माँगा |
(vi) 'टिड्डी-दल' और 'गरुड़-पुत्र' किन्हें कहा है और क्यों ?
(ii) यह कविता किसे संबोधित की गई है ?
(iii) भारतीयों के लिए क्या-क्या स्वर्ग - समान है ?
(iv) किन पंक्तियों का आशय है - बलवान और दृढ़ भारतीयों को सीमा पर आने वाले शत्रु की कोई चिंता नहीं है ?
(v) आशय स्पष्ट कीजिये - पीछे कौन हटा है, माता, तूने जब-जब सिर माँगा |
(vi) 'टिड्डी-दल' और 'गरुड़-पुत्र' किन्हें कहा है और क्यों ?
खंड - ख
३. छात्रावास में रहने वाले अपने छोटे भाई को आपने मनीआर्डर द्वारा एक हजार रूपये भेजे, जो एक मॉस बीत जाने पर भी उसे नहीं मिले | अधीक्षक, पोस्ट ऑफिस को पत्र लिखकर शीघ्र कार्रवाई करने का अनुरोध कीजिए |
३. छात्रावास में रहने वाले अपने छोटे भाई को आपने मनीआर्डर द्वारा एक हजार रूपये भेजे, जो एक मॉस बीत जाने पर भी उसे नहीं मिले | अधीक्षक, पोस्ट ऑफिस को पत्र लिखकर शीघ्र कार्रवाई करने का अनुरोध कीजिए |
अथवा
अपने छात्रावास के अधीक्षक को पत्र लिखकर छात्रावास के रसोईघर की नियमित सफ़ाई कराने के लिए निवेदन कीजिये |
अपने छात्रावास के अधीक्षक को पत्र लिखकर छात्रावास के रसोईघर की नियमित सफ़ाई कराने के लिए निवेदन कीजिये |
४. निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर दिए गए संकेत-बिन्दुओं के आधार पर एक अनुच्छेद लिखिए :
(क) खेलकूद हैं आवश्यक
- शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य
- प्रतिस्पर्धा की भावना
- अनुशासन की प्रेरणा
- खेलों से देश की प्रतिष्ठा
(ख) राष्ट्रध्वज हमारा
- स्वरुप और महत्व
- विजय और स्वाभिमान का प्रतीक
- आत्मगौरव, राष्ट्र के प्रति सम्मान का सन्देश
- हमारा कर्त्तव्य
(ग) मोबाइल फोन
- अदभुत वैज्ञानिक आविष्कार
- अनेक सूचनाओं का माध्यम
- सदुपयोग और दुरूपयोग
- अपरिहार्यता
खंड ग
५. (क) पद और शब्द का अंतर स्पष्ट कीजिए |
(ख) नीचे दिए गए वाक्य में रेखांकित पदबंध का नाम बताइए :
लाल टोपी वाला एक आदमी चला आ रहा था |
(ग) निम्नलिखित रेखांकित पदों के एक-एक पद -परिचय दीजिये :
हमारे विद्यालय का वार्षिकोत्सव होने वाला है |
५. (क) पद और शब्द का अंतर स्पष्ट कीजिए |
(ख) नीचे दिए गए वाक्य में रेखांकित पदबंध का नाम बताइए :
लाल टोपी वाला एक आदमी चला आ रहा था |
(ग) निम्नलिखित रेखांकित पदों के एक-एक पद -परिचय दीजिये :
हमारे विद्यालय का वार्षिकोत्सव होने वाला है |
६. (क)निर्देशानुसार वाक्य-रचना कीजिए :
(i) अनंत प्राकृतिक संपदाओं से भरी होने के कारण धरती को वसुंधरा कहते हैं | (मिश्र वाक्य )
(ii ) कवियों की कविता सुनकर दूसरों का मनोरंजन होता है | (संयुक्त वाक्य)
(i) अनंत प्राकृतिक संपदाओं से भरी होने के कारण धरती को वसुंधरा कहते हैं | (मिश्र वाक्य )
(ii ) कवियों की कविता सुनकर दूसरों का मनोरंजन होता है | (संयुक्त वाक्य)
(ख) रचना के अनुसार वाक्य-भेद बताइए :
(i) वे संतुलित भोजन करते हैं और स्वस्थ रहते हैं |
(ii) ज्योंही शिक्षक गए, विद्यार्थियों ने खेलना शुरू कर दिया |
(i) वे संतुलित भोजन करते हैं और स्वस्थ रहते हैं |
(ii) ज्योंही शिक्षक गए, विद्यार्थियों ने खेलना शुरू कर दिया |
७. निर्देशानुसार उत्तर लिखिए :
(क) समयोचित, पत्राचार | (संधिच्चेद कीजिए)
(ख) पारी + आवरण, धन + आगम | (संधि कीजिए )
(ग) धनबल, ज्ञानचक्षु | (समस्त पदों का विग्रह कीजिए)
(घ) कन्यादान, सफ़ेद फूल | (समास का नाम लिखिए )
(क) समयोचित, पत्राचार | (संधिच्चेद कीजिए)
(ख) पारी + आवरण, धन + आगम | (संधि कीजिए )
(ग) धनबल, ज्ञानचक्षु | (समस्त पदों का विग्रह कीजिए)
(घ) कन्यादान, सफ़ेद फूल | (समास का नाम लिखिए )
८. (क) निम्नलिखित मुहावरों में से किन्ही दो का प्रयोग वाक्य में इस प्रकार कीजिए की अर्थ स्पष्ट हो जाए :
(i)जले पर नमक छिड़कना
(ii) गाल बजाना
(iii) घुटने टेकना
(iv) झंडा गाड़ना
(i)जले पर नमक छिड़कना
(ii) गाल बजाना
(iii) घुटने टेकना
(iv) झंडा गाड़ना
(ख) रिक्तस्थानों की पूर्ति उपयुक्त मुहावरा और लोकोक्ति द्वारा कीजिए :
(i) शोभना आपके सामने आपको खुश रखने वाली बातें करती है, और मेरे सामने मुझे खुश रखने वाली, इसे कहते हैं ________ दास |
(ii) वीर बहादुर ने ____________ खेलकर डूबते बच्चे को बचा लिया |
९.निम्नलिखित वाक्यों को शुद्ध करके लिखिए :
(क) हम सोच समझकर काम किया |
(ख) कृपा करके आप हम पर बड़ी कृपा की है |
(ग) स्वतंत्रता-दिवस पर प्रधानमंत्री यह घोषणा की |
(घ) प्रयत्न नहीं यदि करोगे तो सफल कैसे होगे |
(i) शोभना आपके सामने आपको खुश रखने वाली बातें करती है, और मेरे सामने मुझे खुश रखने वाली, इसे कहते हैं ________ दास |
(ii) वीर बहादुर ने ____________ खेलकर डूबते बच्चे को बचा लिया |
९.निम्नलिखित वाक्यों को शुद्ध करके लिखिए :
(क) हम सोच समझकर काम किया |
(ख) कृपा करके आप हम पर बड़ी कृपा की है |
(ग) स्वतंत्रता-दिवस पर प्रधानमंत्री यह घोषणा की |
(घ) प्रयत्न नहीं यदि करोगे तो सफल कैसे होगे |
खंड घ
१०. निम्नलिखित काव्यांशों में से किसी एक को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए :
चलो अभीष्ट मार्ग में सहर्ष खेलते हुए,
विपत्ति, विघ्न जो पड़े उन्हें ढकेलते हुए |
घटे न हेलमेल हाँ, बढ़े न भिन्नता कभी,
अतर्क एक पंथ के सतर्क पंथ हों सभी |
तभी समर्थ भाव है की तारता हुआ तरे |
वही मनुष्य है की जो मनुष्य के लिए मरे ||
(क) 'अभीष्ट मार्ग" से क्या तात्पर्य है ? उस पर चलते हुए हमें क्या करना चाहिए ?
(ख) 'बढ़े न भिन्नता कभी' - से कवि क्या सन्देश देना चाहता है ?
(ग) मनुष्य किसे कहा गया है और क्यों ?
१०. निम्नलिखित काव्यांशों में से किसी एक को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए :
चलो अभीष्ट मार्ग में सहर्ष खेलते हुए,
विपत्ति, विघ्न जो पड़े उन्हें ढकेलते हुए |
घटे न हेलमेल हाँ, बढ़े न भिन्नता कभी,
अतर्क एक पंथ के सतर्क पंथ हों सभी |
तभी समर्थ भाव है की तारता हुआ तरे |
वही मनुष्य है की जो मनुष्य के लिए मरे ||
(क) 'अभीष्ट मार्ग" से क्या तात्पर्य है ? उस पर चलते हुए हमें क्या करना चाहिए ?
(ख) 'बढ़े न भिन्नता कभी' - से कवि क्या सन्देश देना चाहता है ?
(ग) मनुष्य किसे कहा गया है और क्यों ?
अथवा
अब तो बहरहाल
अब तो बहरहाल
छोटे लड़कों की घुड़सवारी से अगर यह फ़ारिग हो
तो उसके ऊपर बैठकर
चिड़ियाँ ही अक्सर करती हैं गपशप
कभी-कभी शैतानी में वे इसके भीतर भी घुस जाती हैं
ख़ास कर गौरैयें |
वे बताती हैं कि दरअसल कितनी बड़ी हो तोप
एक दिन तो होना ही है उसका मुंह बंद |
तो उसके ऊपर बैठकर
चिड़ियाँ ही अक्सर करती हैं गपशप
कभी-कभी शैतानी में वे इसके भीतर भी घुस जाती हैं
ख़ास कर गौरैयें |
वे बताती हैं कि दरअसल कितनी बड़ी हो तोप
एक दिन तो होना ही है उसका मुंह बंद |
(क) कविता किसके बारे में है ? उसकी क्या विशेषता है ?
(ख) इन बातों से लगता है कि तोप निरर्थक हो गई है ?
(ग) उपर्युक्त काव्यांश क्या संदेश देता है ?
(ख) इन बातों से लगता है कि तोप निरर्थक हो गई है ?
(ग) उपर्युक्त काव्यांश क्या संदेश देता है ?
११. निम्नलिखित में से किन्ही तीन प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
(क) कबीर ने किस व्यक्ति को सुखी और किसको दुखी माना है ? 'कबीर की साखी' के आधार पर स्पष्ट कीजिए |
(ख) 'बिहारी के दोहे' में कवि ने ईश्वर को प्रसन्न करने के लिए बाह्याडंबर का विरोध कैसे किया है ?
(ग) 'पर्वत प्रदेश में पावस' कविता में तालाब की समानता किसके साथ की गई है ? कारण सहित स्पष्ट कीजिए |
(घ) महादेवी वर्मा के गीत के आधार पर स्पष्ट कीजिए कि दीपक से किस बात का आग्रह किया जा रहा है और क्यों |
(क) कबीर ने किस व्यक्ति को सुखी और किसको दुखी माना है ? 'कबीर की साखी' के आधार पर स्पष्ट कीजिए |
(ख) 'बिहारी के दोहे' में कवि ने ईश्वर को प्रसन्न करने के लिए बाह्याडंबर का विरोध कैसे किया है ?
(ग) 'पर्वत प्रदेश में पावस' कविता में तालाब की समानता किसके साथ की गई है ? कारण सहित स्पष्ट कीजिए |
(घ) महादेवी वर्मा के गीत के आधार पर स्पष्ट कीजिए कि दीपक से किस बात का आग्रह किया जा रहा है और क्यों |
१२. (क) 'कर चले हम फ़िदा' कविता से कवि देशवासियों को क्या संदेश देना चाहता है ? अपने शब्दों में लिखिए |
(ख)'विपदाओं से मुझे बचाओ यह मेरी प्रार्थना नहीं' इस पंक्ति से कवि का क्या तात्पर्य है ? 'आत्मत्राण' कविता के आधार पर लिखिए |
१३. निम्नलिखित गद्यांशों में से किसी एक को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए :
क्रोध में उसने तलवार निकाली और कुछ विचार करता रहा | क्रोध लगातार अग्नि की तरह बढ़ रहा था | लोग सहम उठे | एक सन्नाटा-सा खिंच गया | जब कोई राह न सूझी तो क्रोध का शमन करने के लिए उसमें शक्ति भर उसे धरती में घोंप दिया और ताकत से उसे खींचने लगा | वह पसीने से नहा उठा | सब घबराए हुए थे | वह तलवार को अपनी तरफ खींचते-खींचते दूर तक पहुँच गया | वह हाँफ रहा था | अचानक जहाँ तक लकीर खिंच गई थी, वहां एक दरार होने लगी | मानो धरती दो टुकड़ों में बँटने लगी हो | एक गड़गड़ाहट - सी गूँजने लगी और लकीर की सीध में धरती फटती ही जा रही थी | द्वीप के अंतिम सिरे तक तताँरा धरती को मानो क्रोध में काटता जा रहा था | सभी भयाकुल हो उठे | लोगों ने ऐसे दृश्य की कल्पना न की थी, वे सिहर उठे |
क्रोध में उसने तलवार निकाली और कुछ विचार करता रहा | क्रोध लगातार अग्नि की तरह बढ़ रहा था | लोग सहम उठे | एक सन्नाटा-सा खिंच गया | जब कोई राह न सूझी तो क्रोध का शमन करने के लिए उसमें शक्ति भर उसे धरती में घोंप दिया और ताकत से उसे खींचने लगा | वह पसीने से नहा उठा | सब घबराए हुए थे | वह तलवार को अपनी तरफ खींचते-खींचते दूर तक पहुँच गया | वह हाँफ रहा था | अचानक जहाँ तक लकीर खिंच गई थी, वहां एक दरार होने लगी | मानो धरती दो टुकड़ों में बँटने लगी हो | एक गड़गड़ाहट - सी गूँजने लगी और लकीर की सीध में धरती फटती ही जा रही थी | द्वीप के अंतिम सिरे तक तताँरा धरती को मानो क्रोध में काटता जा रहा था | सभी भयाकुल हो उठे | लोगों ने ऐसे दृश्य की कल्पना न की थी, वे सिहर उठे |
(क) तताँरा के क्रोध का क्या कारण था ?
(ख) क्रोध को शान्त करने के लिए तताँरा ने क्या किया ?
(ग) लोग भय से क्यों सिहर उठे ?
(ग) लोग भय से क्यों सिहर उठे ?
अथवा
मैं तुमसे पांच साल बड़ा हूँ और हमेशा रहूँगा | मुझे दुनिया का और ज़िंदगी का जो तजुरबा है, तुम उसकी बराबरी नहीं कर सकते, चाहे तुम एम. ए. और डी. फिल. और डी. लिट. ही क्यों न हो जाओ | समझ किताबों से नहीं आती, दुनिया देखने से आती है | हमारी अम्मा ने कोई दरजा नहीं पास किया और दादा भी शायद पाँचवी-छठी जमात के आगे नहीं गए, लेकिन हम दोनों चाहे सारी दुनिया की विद्या पढ़ लें, अम्मा और दादा को हमें समझाने और सुधारने का अधिकार हमेशा रहेगा | केवल इसलिए नहीं कि वे हमारे जन्मदाता हैं, बल्कि इसलिए कि उन्हें दुनिया का हमसे ज्यादा तजुरबा है और रहेगा | अमेरिका में किस तरह कि राज-व्यवस्था है, और आठवें हेनरी ने कितने ब्याह किये और आकाश में कितने नक्षत्र हैं, ये बातें चाहे उन्हें न मालुम हों लेकिन हज़ारों ऐसी बातें हैं, जिनका ज्ञान उन्हें हमसे और तुमसे ज़्यादा है |
मैं तुमसे पांच साल बड़ा हूँ और हमेशा रहूँगा | मुझे दुनिया का और ज़िंदगी का जो तजुरबा है, तुम उसकी बराबरी नहीं कर सकते, चाहे तुम एम. ए. और डी. फिल. और डी. लिट. ही क्यों न हो जाओ | समझ किताबों से नहीं आती, दुनिया देखने से आती है | हमारी अम्मा ने कोई दरजा नहीं पास किया और दादा भी शायद पाँचवी-छठी जमात के आगे नहीं गए, लेकिन हम दोनों चाहे सारी दुनिया की विद्या पढ़ लें, अम्मा और दादा को हमें समझाने और सुधारने का अधिकार हमेशा रहेगा | केवल इसलिए नहीं कि वे हमारे जन्मदाता हैं, बल्कि इसलिए कि उन्हें दुनिया का हमसे ज्यादा तजुरबा है और रहेगा | अमेरिका में किस तरह कि राज-व्यवस्था है, और आठवें हेनरी ने कितने ब्याह किये और आकाश में कितने नक्षत्र हैं, ये बातें चाहे उन्हें न मालुम हों लेकिन हज़ारों ऐसी बातें हैं, जिनका ज्ञान उन्हें हमसे और तुमसे ज़्यादा है |
(क) यह कथन किसका है और उसने अपने बड़े होने का उल्लेख क्यों किया ?
(ख) पढ़े लिखे युवा और बुजुर्गों में किसे श्रेष्ठ माना गया है ? कारण सहित स्पष्ट कीजिए |
(ग)'समझ किताबें पढने से नहीं आती, दुनिया देखने से आती है' - इस कथन का विवेचन कीजिए |
(ख) पढ़े लिखे युवा और बुजुर्गों में किसे श्रेष्ठ माना गया है ? कारण सहित स्पष्ट कीजिए |
(ग)'समझ किताबें पढने से नहीं आती, दुनिया देखने से आती है' - इस कथन का विवेचन कीजिए |
१४. निम्नलिखित में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर लिखिए :
(क) सुभाष बाबू के जुलूस को ओपन लड़ाई क्यों कहा गया ? 'डायरी का एक पन्ना' पाठ के आधार पर लिखिए |
(ख) 'तीसरी कलम के शिल्पकार शैलेन्द्र' पाठ के आधार पर लिखिए कि कलाकार के क्या कर्तव्य हैं |
(ग) 'ओचुमेलाव के चरित्र कि क्या विशेषताएं थीं ? अपने शब्दों में लिखिए |
(घ) सवार के जाने के बाद कर्नल के आश्चर्यचकित होने के क्या कारण थे ? 'कारतूस' पाठ के आधार पर लिखिए |
(क) सुभाष बाबू के जुलूस को ओपन लड़ाई क्यों कहा गया ? 'डायरी का एक पन्ना' पाठ के आधार पर लिखिए |
(ख) 'तीसरी कलम के शिल्पकार शैलेन्द्र' पाठ के आधार पर लिखिए कि कलाकार के क्या कर्तव्य हैं |
(ग) 'ओचुमेलाव के चरित्र कि क्या विशेषताएं थीं ? अपने शब्दों में लिखिए |
(घ) सवार के जाने के बाद कर्नल के आश्चर्यचकित होने के क्या कारण थे ? 'कारतूस' पाठ के आधार पर लिखिए |
५. (क) 'पतझर में टूटी पत्तियाँ' पाठ के आधार पर 'टी सेरेमनी' में चाय पीने वालों के अनुभवों को अपने शब्दों में लिखिए |
(ख)'कारतूस' नाटिका में सवार कर्नल से एकांत में बात क्यों करना चाहता था ?
(ख)'कारतूस' नाटिका में सवार कर्नल से एकांत में बात क्यों करना चाहता था ?
१६. निम्नलिखित में से किसी एक प्रश्न का उत्तर पूरक पाठ्य-पुस्तक 'संचयन' के आधार पर लिखिए :
(क) 'गाँव की चर्चाओं के केंद्र हैं हरिहर काका', हरिहर काका के बारे में ऐसी किन्हीं चार का चर्चाओं / खबरों का उल्लेख कीजिए |
(ख) मास्टर प्रीतमचंद से डरने और नफ़रत के चार कारणों पर प्रकाश डालिए |
(क) 'गाँव की चर्चाओं के केंद्र हैं हरिहर काका', हरिहर काका के बारे में ऐसी किन्हीं चार का चर्चाओं / खबरों का उल्लेख कीजिए |
(ख) मास्टर प्रीतमचंद से डरने और नफ़रत के चार कारणों पर प्रकाश डालिए |
१७.निम्नलिखित में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
(क)हरिहर काका को महंत और अपने भाई एक ही श्रेणी के क्यों लगने लगे ?
(ख)कलेक्टर साहब के लड़के टोपी के दोस्त क्यों नहीं बन सके ?
(ग) ग़रीब घरों के लड़कों का स्कूल जाना क्यों कठिन था ? 'सपनों के-से दिन' पाठ के आधार पर लिखिए |
(घ)तोतों के प्रति प्रीतमचंद के मधुर व्यवहार से उनके व्यक्तित्व के कौन-सी विशेषता के बारे में पता चलता है ?